Monday, March 21, 2011
उनके आने की आहट का खुमार कितना अजीब हें ...
रास्ते के मंदिर दिखे ना मज्जिद दिखी
राहे उल्फत का करार ये कितना खुशनसीब हें
उन्हें हम दिखे हमें सिर्फ वो दिखी
(इसी लिए प्यार को अँधा कहा गया हें )
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